यूटिलिटी स्कैम क्या है?
यूटिलिटी स्कैम एक तरह का जाल है जो बिजली, पानी, इंटरनेट या टेलीफोन जैसी बुनियादी सेवाओं के बहाने लोगों को ठगने का काम करता है। स्कैमर अक्सर सरकारी अधिकारी होने का नाटक करते हैं या फर्जी बिल भेजकर या फोन करके धमकाते हैं कि अगर बिल जल्दी नहीं चुकाया गया तो कनेक्शन काट दिया जाएगा।
कैसे होते हैं ये यूटिलिटी स्कैम?
यूटिलिटी स्कैमके तरीके लगातार बदलते रहते हैं, लेकिन कुछ सामान्य तरीके इस प्रकार हैं:
फर्जी बिल: स्कैमर अक्सर उच्च बकाया राशि वाले फर्जी बिल भेजकर लोगों को डराते हैं और तुरंत भुगतान करने की मांग करते हैं।
फोन कॉल धोखाधड़ी: स्कैमर सरकारी अधिकारी होने का नाटक करते हुए फोन करके धमकाते हैं कि अगर बिल जल्दी नहीं चुकाया गया तो कनेक्शन काट दिया जाएगा।
एसएमएस और ईमेल जाल: फर्जी एसएमएस और ईमेल भेजकर लोगों को लिंक पर क्लिक करने या यूटिलिटी कंपनी के नाम से बने फर्जी वेबसाइट पर जाकर बिलों का भुगतान करने के लिए कहा जाता है। ये लिंक और वेबसाइट मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं या बैंकिंग जानकारी चुरा सकते हैं।
भारत में यूटिलिटी स्कैम के कुछ मामले:
दिल्ली में बिजली बिल स्कैम: 2022 में दिल्ली में कई लोगों को फर्जी बिजली बिल मिले, जिनमें भारी-भरकम रकम की मांग की गई थी। ये बिल असली बिजली कंपनी के लोगो और लेटरहेड का इस्तेमाल करते थे, जिससे लोगों को यकीन हो गया था कि वे असली हैं।
मुंबई में पानी कनेक्शन कटने का डर: मुंबई में कुछ स्कैमर लोगों को फोन करके कहते हैं कि उनके पानी का कनेक्शन बकाया के चलते काट दिया जाएगा। वे फिर लोगों से तुरंत पेमेंट करने के लिए कहते हैं, अक्सर यूपीआई या किसी अनजान बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं।
बेंगलुरु में ब्रॉडबैंड सर्विस बिल धोखाधड़ी: बेंगलुरु में कुछ इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के नाम से फर्जी ईमेल भेजे जा रहे हैं, जिनमें ग्राहकों से उनके बकाया बिल का भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है। ये ईमेल अक्सर धमकी देते हैं कि अगर भुगतान नहीं किया गया तो इंटरनेट सेवा बंद कर दी जाएगी।
भारत में, यूटिलिटी स्कैम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिससे बिजली, पानी, इंटरनेट और टेलीफोन सेवाओं के लाखों उपभोक्ता आर्थिक और मानसिक नुकसान उठा रहे हैं।
2021 में दर्ज हुए 31,000 से ज्यादा मामले: नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRPC) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में अकेले बिजली क्षेत्र में ही 31,000 से अधिक यूटिलिटी घोटाले दर्ज किए गए थे।
यूटिलिटी स्कैम से कैसे बचें?
अपने बिलों की हमेशा जांच करें: किसी भी यूटिलिटी कंपनी से कोई बिल मिलने पर, हमेशा उसकी प्रामाणिकता की जांच करें। बिल पर कंपनी का सही लोगो और पता होना चाहिए। यदि संदेह हो, तो सीधे कंपनी के कस्टमर केयर से संपर्क करें।
अनजान नंबरों से सावधान रहें: यदि आपको किसी अनजान नंबर से फोन आता है जो दावा करता है कि वह किसी यूटिलिटी कंपनी से है, तो सावधान रहें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी या बैंकिंग विवरण साझा न करें। कॉल काट दें और सीधे कंपनी के कस्टमर केयर से संपर्क करें।
संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: ईमेल या एसएमएस के माध्यम से प्राप्त किसी भी लिंक पर क्लिक न करें, जो दावा करता है कि यह आपको आपके यूटिलिटी बिल का भुगतान करने या आपकी सेवाओं को प्रबंधित करने की अनुमति देगा। ये लिंक आपके डिवाइस पर मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं या आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा सकते हैं।
केवल आधिकारिक चैनलों का उपयोग करें: अपने यूटिलिटी बिलों का भुगतान करने के लिए, हमेशा कंपनी के आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का उपयोग करें। किसी तीसरे पक्ष के ऐप या वेबसाइट का उपयोग न करें, भले ही वह कितना भी वैध क्यों न लगे।
अन्य लोगों को जागरूक करें: अपने परिवार और दोस्तों को यूटिलिटी स्कैम के बारे में जागरूक करें। उन्हें बताएं कि कैसे इन घोटालों से बचाव किया जा सकता है और यदि उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है तो क्या करना चाहिए।
याद रखें, अगर कोई प्रस्ताव बहुत अच्छा लगता है, तो वह शायद सच नहीं होगा। हमेशा सावधान रहें और अपने यूटिलिटी बिलों का भुगतान करते समय सावधानी से काम लें.
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपको यूटिलिटी स्कैम से बचने में मदद करेगी। सुरक्षित रहें!
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